लखनऊ: सुबह के नाश्ते में कॉर्न फ्लेक्स का सेवन करने का चलन काफी बढ़ गया है. ख़ास कर वो लोग इसको रोज़ाना अपने ब्रेकफास्ट में शामिल करने लगे हैं जो वजन कम करने पर फोकस कर रहे हैं. तो कुछ लोग इसको स्वाद के लिए भी खाना पसंद करते हैं. कॉर्न फ्लेक्स से सम्बंधित तरह-तरह के लुभावने विज्ञापनों को देखकर लोगों को लगता है कि ये सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद और हेल्दी नाश्ता है जो सेहत को किसी तरह से नुकसान नहीं पहुंचा सकता है. जबकि में प्रकाशित एक खबर के अनुसार इसको खाने से कई तरह के नुकसान भी शरीर को हो सकते हैं. आइये जानते हैं इसके बारे में.
हाई है इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स
कॉर्न फ्लेक्स का रोज़ाना सेवन करने से डायबिटीज होने का खतरा बना रहता है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है.दरअसल ग्लाइसेमिक इंडेक्स वह पैमाना होता है जिससे ये पता लगाया जाता है कि कोई भी खाद्य सामग्री कितनी मात्रा में और कितनी तेजी के साथ ब्लड में शुगर लेवल को बड़ा सकती है. कॉर्न फ्लेक्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 81+6 या फिर 81-6 होता है. इसका मतलब है कि ये 80 से 6 प्वाइंट ज्यादा भी हो सकता है और 6 प्वाइंट कम भी हो सकता है. दरअसल ग्लाइसेमिक इंडेक्स को 100 में से कैल्कुलेट किया जाता है जिसके अनुसार 55 या इस से कम मात्रा को बेहतर माना जाता और 56 से 69 ग्लाइसेमिक इंडेक्स को मीडियम कैटेगिरी में रखा जाता है. इसके साथ ही 70 से ऊपर ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली खाद्य सामग्री को हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स कैटेगिरी में रखा जाता है.