नेकी कर दरिया में डालो, सेवा करो, फल प्रभु पर छोड़ दो: उमाकांत जी महाराज
धर्म कर्म: अपने अपनाए हुए जीवों की पूरी जिम्मेदारी लेने वाले, इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने जयपुर (राजस्थान)…