अन्न दोष-संग दोष से कर्म आते हैं और धर्म-भजन से कर्म कटते है: बाबा उमाकांत जी महाराज
लखनऊ। दुःखहर्ता अंतर्यामी सर्वत्र व्याप्त सर्व समर्थ त्रिकालदर्शी महापुरुष उज्जैन वाले सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने अपने भक्तों को सतसंग में बताया कि देखो प्रेमियों जयगुरुदेव नाम में अब…