Janmashtami 2024: जन्माष्टमी हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। यह त्योहार भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त या सितंबर में पड़ता है।
इस दिन, भगवान कृष्ण के जन्म की कहानी को याद किया जाता है, श्री कृष्ण का जन्म मथुरा में देवकी और वासुदेव के घर हुआ था। भगवान कृष्ण को हिन्दू धर्म में भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, जिन्होंने धर्म की स्थापना और अधर्म का नाश करने के लिए अवतार लिया था।
जन्माष्टमी के दिन, लोग व्रत रखते हैं, भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं, और उनके जन्म की कहानी सुनते हैं। इस दिन, लोग भगवान कृष्ण के बाल रूप को दही-हंडी और मक्खन चोरी के खेल से याद करते हैं, जो उनके बालपन की लीलाओं को दर्शाता है। इसके अलावा, जन्माष्टमी के दिन, लोग एक दूसरे को बधाइयाँ देते हैं और मिठाइयाँ बांटते हैं। यह त्योहार प्रेम, करुणा और सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है, जो भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं में निहित हैं।
जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त
26 अगस्त की रात 12 बजकर 1 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा।
जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त 26 अगस्त, सोमवार को होगा ¹. भादो महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 25 अगस्त 2024, रविवार को रात्रि 3 बजकर 39 मिनट पर होगा और अष्टमी तिथि का समापन 26 अगस्त, सोमवार, रात्रि 02 बजकर 19 मिनट पर होगा ¹. भगवान श्री कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था और 26 अगस्त की आधी रात को यह नक्षत्र मिल रहा है, इसलिए जन्माष्टमी पर्व इसी दिन मनाना शुभ होगा .