रोज कुछ न कुछ परमार्थी काम करना चाहिए, सब जीवों में प्रभु की अंश जीवात्मा है: बाबा उमाकान्त जी महाराज
धर्म-कर्म : पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि, रोज कर्म इकट्ठा होते हैं, रोज कर्मों को काटा जाता है। शरीर, मन, धन…